Geetapress Mahatmaon ke Ahetu ke Daya (1856) :- “गीताप्रेस महात्माओं के आहेतु के दया” (कोड-1856) एक अत्यंत महत्वपूर्ण पुस्तक है जो महान आध्यात्मिक व्यक्तियों के दयानुष्ठान को प्रस्तुत करती है। यह पुस्तक उन महात्माओं की कथाएँ और उनके दया भाव को स्पष्ट रूप में दिखाती है जो समाज की सेवा में अपना जीवन समर्पित करने के लिए प्रेरित हुए थे।
इस पुस्तक में विभिन्न महात्माओं की आत्मकथाएँ और उनके जीवन की महत्वपूर्ण घटनाएँ प्रस्तुत की गई हैं, जिनमें उनके आहेतु के दयानुष्ठान का उल्लेख किया गया है। यह पुस्तक महात्माओं के उन अद्भुत कार्यों की चर्चा करती है जिनसे वे समाज के कमजोर और पिछड़े हुए वर्गों की मदद करने का प्रयास करते थे।
इस पुस्तक के माध्यम से पाठक उन महान व्यक्तियों के जीवन में उनकी दया और करुणा की महत्वपूर्ण भूमिका को समझ सकते हैं और उनसे प्रेरणा ले सकते हैं। यह पुस्तक सामाजिक सेवा, मानवता के प्रति करुणा और उदारता के महत्व को सार्थक रूप में प्रस्तुत करती है और पाठकों को समाज सेवा में योगदान करने की प्रेरणा प्रदान करती है।
Geetapress Mahatmaon ke Ahetu ke Daya (1856)
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