Geetapress Parmukh Aartiyan (Code-1845) :- “गीताप्रेस प्रमुख आरतियाँ” (कोड-1845) पुस्तक एक महत्वपूर्ण संग्रह है जिसमें विभिन्न देवताओं की प्रमुख आरतियाँ संकलित की गई हैं। इस पुस्तक में भगवान श्रीगणेशजी, भगवान जगदीश्वर, श्रीलक्ष्मीजी, भगवान शिव आदि की प्रमुख आरतियाँ दी गई हैं।
हिन्दू धर्म में आरती एक प्रमुख पूजा प्रक्रिया है, जिसमें देवता या देवी के प्रति भक्ति और आदर्श भावनाओं का अभिव्यक्ति होता है। “गीताप्रेस प्रमुख आरतियाँ” पुस्तक में विभिन्न देवताओं की आरतियों के शब्द, श्लोक और मन्त्र प्रस्तुत किए गए हैं, जिनका पाठ भक्ति और श्रद्धा के साथ किया जाता है।
यह पुस्तक विशेष रूप से यात्रा और पूजा के समय साथ रखने के लिए उपयोगी है। यदि कोई व्यक्ति यात्रा के दौरान आरतियों का पाठ करना चाहता है तो इस पुस्तक में उपलब्ध आरतियाँ उनकी मदद कर सकती हैं। यह पुस्तक भक्तों को उनकी पूजा और आराधना में सहायक होगी और उन्हें देवताओं के प्रति उनकी भक्ति को और भी गहराई देने में मदद करेगी।
“गीताप्रेस प्रमुख आरतियाँ” पुस्तक भक्ति और आदर्श भावनाओं के साथ देवताओं की आरतियों को प्रक्षिप्त करने वाला एक महत्वपूर्ण स्रोत है जो धार्मिक और आध्यात्मिक जीवन में मार्गदर्शन करेगा।
Geetapress Parmukh Aartiyan (Code-1845)
We “Achleshwar” are the 55+ years old seller-cum-manufacturers and publishers of religious books, spiritual items and idols or yantras; sole* distributors of geeta press gorakhpur’s complete literature.
We deal only in products that make us satisfy with its quality. Buying products with the name of our brand “Achleshwar” makes you insure about the genuineness purity and accuracy which the shastra’s define. We may bid the price sometimes higher but be aware it is what actual accuracy costs.
Shop Now from Achleshwar for Exlusive Range of Products.
Reviews
There are no reviews yet.