Gitapress Kiskindha Kand (Code-1710) :- “गीताप्रेस” की पुस्तक “गीताप्रेस किष्किन्धा काण्ड” (कोड-1710) वाली पुस्तक हनुमान जी के महत्वपूर्ण और उपयोगी काण्ड को संकलित रूप में प्रस्तुत करती है। यह पुस्तक “श्रीमद् वाल्मीकि रामायण” के महत्वपूर्ण भाग में से एक है जो हनुमान जी के पराक्रम, उनकी भक्ति और उनके योगदान की कहानी को आपके सामने प्रस्तुत करता है।
“किष्किन्धा काण्ड” में हनुमान जी अयोध्या के लक्ष्मणा जी के न्यौते परिवार से मिलने के बाद श्रीराम और लक्ष्मण के मित्रों की खोज में जाते हैं। उन्हें किष्किन्धा नामक वन प्रदेश में जाना पड़ता है, जहाँ वानरराज सुग्रीव और उनके भक्त बलि के बीच विवाद हो रहा होता है। हनुमान जी की उनकी भक्ति, दृढ़ संकल्प और चतुराई उनके पराक्रम की कहानी इस काण्ड में प्रस्तुत है।
इस पुस्तक में “किष्किन्धा काण्ड” की कथा को संक्षेपित और सरल भाषा में प्रस्तुत किया गया है, जिससे पाठक आसानी से उसके महत्वपूर्ण पहलुओं को समझ सकते हैं। यह पुस्तक हनुमान जी के महत्वपूर्ण भूमिका की महत्वपूर्ण विवादों को भी प्रस्तुत करती है और आपको उनके आदर्शों और गुणों का परिप्रेक्ष्य देती है।
अगर आप भगवान श्रीराम और हनुमान जी के उपदेशों, कथाओं और महत्व को और भी गहराई से समझना चाहते हैं, तो “गीताप्रेस किष्किन्धा काण्ड” आपके लिए एक अद्वितीय स्रोत हो सकती है।
Gitapress Kiskindha Kand (Code-1710)
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