Gitapress Mahabharat Ki Pramukh Kathayen (1538) :- गीताप्रेस की पुस्तक “गीताप्रेस महाभारत की प्रमुख कथाएँ” (कोड-1538) एक विशेष पुस्तक है जो महाभारत की सत्रह प्रमुख कथाओं को सरल और भावपूर्ण शैली में प्रस्तुत करती है। इस पुस्तक में भगवान् श्रीकृष्ण के महाभारत में किए गए उपदेशों और उनके संवादों को उद्धृत करते हुए महाभारत की मुख्य कथाएं प्रस्तुत की गई हैं।
प्रत्येक कथा के साथ आकर्षक और बहुरंगे चित्र पुस्तक में समाहित किए गए हैं। ये चित्र पाठकों को महाभारत की कथाओं को और समझने में मदद करते हैं और कहानियों को विशेषता से अध्ययन करने में सहायक होते हैं।
महाभारत भारतीय इतिहास और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जिसमें धर्म, नैतिकता, कर्तव्य, सम्बन्ध, और विश्वास के महत्वपूर्ण सिद्धांत हैं। इस पुस्तक में प्रस्तुत किए गए चयनित कथाएं इन सिद्धांतों को और भी समझाती हैं और उन्हें आध्यात्मिक अनुभव के माध्यम से प्रदर्शित करती हैं।
यह पुस्तक महाभारत की महत्वपूर्ण कथाएं जैसे कि द्रौपदी की चीरहरण, अर्जुन की गीतोपदेश, कर्ण की जन्म कथा, भीम और हनुमान के भेंट, श्रीकृष्ण और शिष्य उत्तं आदि की प्रमुख कथाएं संक्षेप में प्रस्तुत करती हैं। इस पुस्तक को पढ़कर पाठक महाभारत की महत्वपूर्ण कथाओं का आनंद ले सकते हैं और इस धार्मिक ग्रंथ के सार्थक सन्देशों को समझ सकते हैं। यह पुस्तक सभी धर्मिक और आध्यात्मिक अनुयायियों के लिए उपयुक्त है।
Gitapress Mahabharat Ki Pramukh Kathayen (1538)
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