Gitapress Ramacharitamanasa Sundarkand (1349) :- गीताप्रेस की पुस्तक “श्रीरामचरितमानस सुन्दरकाण्ड” (1349) एक अद्भुत ग्रंथ है, जिसे गोस्वामी श्री तुलसीदास जी महाराज द्वारा संपन्न किया गया है। यह पुस्तक हिन्दी साहित्य की सर्वोत्कृष्ट रचना मानी जाती है। इसमें आदर्श राजधर्म, आदर्श गृहस्थ जीवन, आदर्श पारिवारिक जीवन और मानव-धर्म के सर्वोत्कृष्ट आदर्शों का अनुपम आगार है। यह ग्रंथ सर्वोच्च भक्ति, ज्ञान, त्याग, वैराग्य और भगवान की आदर्श मानव-लीला और गुण, प्रभाव को व्यक्त करने वाला ऐसा ग्रंथरत्न है, जो संसार की किसी भाषा में मिलना असम्भव है।
“श्रीरामचरितमानस सुन्दरकाण्ड” के माध्यम से प्रकट होते रामलीला और भगवान श्रीराम के सामर्थ्य का अद्भुत वर्णन है। यह ग्रंथ भगवती दुर्गा माता की कृपा के लिए भक्तिभाव से प्रसिद्ध है और लोग इसका मन्त्रवत् आदर करते हैं। इसका श्रद्धापूर्वक पाठ करने से और इसके उपदेशों के अनुरूप आचरण करने से मानवमात्र के कल्याण के साथ भगवत्प्रेम की सहज ही प्राप्ति संभव है।
“श्रीरामचरितमानस सुन्दरकाण्ड” विभिन्न संस्करणों में बृहदाकार, ग्रन्थाकार, मझला आकार, गुटका आकार और अलग-अलग काण्डों के रूपमें विभिन्न भाषाओं में सटीक और मूल अनेक संस्करण प्रकाशित किए गए हैं। गीताप्रेस से प्रकाशित श्रीरामचरितमानस के विभिन्न संस्करणों की प्रत्येक घर में उपस्थिति ही इसकी लोकप्रियता तथा प्रामाणिकता का सुंदर परिचय है।
श्रीरामचरितमानस—गोस्वामी श्रीतुलसीदासजी महाराजके द्वारा प्रणीत श्रीरामचरितमानस हिन्दी साहित्यकी सर्वोत्कृष्ट रचना है। आदर्श राजधर्म, आदर्श गृहस्थ-जीवन, आदर्श पारिवारिक जीवन आदि मानव-धर्मके सर्वोत्कृष्ट आदर्शोंका यह अनुपम आगार है। सर्वोच्च भक्ति, ज्ञान, त्याग, वैराग्य तथा भगवान्की आदर्श मानव-लीला तथा गुण, प्रभावको व्यक्त करनेवाला ऐसा ग्रन्थरत्न संसारकी किसी भाषामें मिलना असम्भव है। आशीर्वादात्मक ग्रन्थ होनेके कारण सभी लोग इसका मन्त्रवत् आदर करते हैं। इसका श्रद्धापूर्वक पाठ करनेसे एवं इसके उपदेशोंके अनुरूप आचरण करनेसे मानवमात्रके कल्याणके साथ भगवत्प्रेमकी सहज ही प्राप्ति सम्भव है।
इस दिव्य ग्रन्थरत्नकी अधिकाधिक प्रचार-प्रसारकी दृष्टि से ही गीताप्रेससे इसके बृहदाकार, ग्रन्थाकार, मझला आकार, गुटका आकार और अलग-अलग काण्डके रूपमें विभिन्न भाषाओंमें सटीक एवं मूल अनेक संस्करण प्रकाशित किये गये हैं। श्रीरामचरितमानसका सटीक संस्करण अबतक प्रकाशित सैकड़ों टीकाओंमें पाठ-भेदोंको दृष्टि में रखकर सर्वाधिक प्रमाणित टीकाके रूपमें निकाला गया। यहाँसे प्रकाशित श्रीरामचरितमानसका मूलपाठ भी यथाशक्ति सर्वाधिक शुद्ध तथा क्षेपकरहित है। श्रीरामचरितमानसके सभी संस्करणोंमें पाठ-विधिके साथ नवाह्न और मासपारायणके विश्रामस्थान, गोस्वामीजीकी संक्षिप्त जीवनी, श्रीरामशलाका प्रश्नावली तथा अन्तमें रामायणजीकी आरती दी गयी है। गीताप्रेससे प्रकाशित श्रीरामचरितमानसके विभिन्न संस्करणोंकी प्रत्येक घरमें उपस्थिति ही इसकी लोकप्रियता तथा प्रामाणिकताका सुन्दर परिचय है।
Gitapress Ramacharitamanasa Sundarkand (1349)
We “ACHLESHWAR” are the 55+ years old seller-cum-manufacturers and publishers of religious books, spiritual items and idols or yantras; sole* distributors of geeta press gorakhpur’s complete literature.
We deal only in products that make us satisfy with its quality. Buying products with the name of our brand “Achleshwar” makes you insure about the genuineness purity and accuracy which the shastra’s define. We may bid the price sometimes higher but be aware it is what actual accuracy costs.
Shop Now from Achleshwar for Exlusive Range of Products.
Reviews
There are no reviews yet.