Gitapress Sachitra Stuti Sangraha (1355) :- गीताप्रेस की पुस्तक “गीताप्रेस सचित्र स्तुति संग्रह” (1355) एक अद्भुत ग्रंथ है, जिसमें भगवान गणेश, शिव, विष्णु और अन्य देवताओं के सुंदर चित्रों के साथ उनकी सुंदर स्तुतियाँ दी गई हैं।
यह पुस्तक भक्ति और आदर्शवादी लोगों के लिए एक मूल्यवान संसाधन है, जो भगवान की स्तुति और आराधना में लगे रहना चाहते हैं। इसमें गणेश, शिव, विष्णु और अन्य देवताओं के सुंदर चित्रों के साथ उनके गुणों और महिमा का सुंदर वर्णन किया गया है।
इस पुस्तक में देवताओं के रूप, वाहन, मूर्ति और विभूषणों के साथ उनके ध्यानी मंत्र, चालीसा और अन्य स्तुति-पाठ दिए गए हैं। यह पुस्तक भगवान के भक्तों के लिए एक अच्छा संस्करण है, जो उनकी पूजा-अराधना में और भक्ति भाव को बढ़ाने में मदद करता है।
इस ग्रंथ में प्रत्येक देवता की स्तुति के साथ-साथ उनके सम्बंधित धार्मिक कथाएं और कहानियां भी संक्षेप में दी गई हैं। यह पुस्तक भक्तों को भगवान के सामर्थ्य और कृपा का अनुभव कराता है और उन्हें उनके धार्मिक अनुष्ठान में प्रेरित करता है।
गीताप्रेस सचित्र स्तुति संग्रह (1355) ग्रंथ का पाठ भगवान के सानिध्य में ध्यान और श्रद्धा से किया जाना चाहिए। इस पुस्तक में भगवान के सुंदर चित्रों का आनंद लेने से भक्तों की धार्मिक भावना और उनके आराध्य देवता के प्रति अनुभव में सुधार होता है। यह ग्रंथ भक्तों के ध्यान और स्तुति में एक आदर्श साथी के रूप में काम आता है, जो उन्हें भक्ति और साधना में समर्थ बनाता है।
Gitapress Sachitra Stuti Sangraha (1355)
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